लालसोट जल स्तर में वृद्धि होगी

 लालसोट के खोहरा पाड़ा में बाढ़ नियंत्रण संरचना (डिटेंशन टैंक) का शिलान्यास


क्षेत्र के जल स्तर में वृद्धि होगी, बाढ़ पर नियंत्रण रहेगा-चिकित्सा मंत्री

ईआरसीपी 13 जिलों की जीवनदायिनी है, इसे बंद नहीं होने देंगे-जल संसाधन मंत्री


लालसोट जल स्तर में वृद्धि होगी



जयपुर   चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री श्री परसादी लाल मीणा एवं जल संसाधन मंत्री श्री महेन्द्रजीत सिंह मालविया ने गुरूवार को लालसोट के खोहरा पाड़ा में लगभग 4 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाली फ्लड कंट्रोल स्टेªक्चर (डिटेंशन टैंक) का शिलान्यास किया। इस डिटेंशन टैंक के बनने से लालसोट कस्बे में तेज बारिश में पहाड़ो से  तेज गति से आने वाले पानी को स्टोर किया जा सकेगा। डिटेंशन टैंक में स्टोर करके इस पानी को धीरे-धीरे छोड़ा जा सकेगा जिससे लालसोट नगरपालिका क्षेत्र में बाढ़ की समस्या का समाधान हो सकेगा।

जल स्तर में भी होगी वृद्धि
इसके निर्माण से लालसोट क्षेत्र के चांदसेन, जमात, थलोज आदि क्षेत्रों का भूजल रिचार्ज हो सकेगा एवं आसपास स्थित कुओं, ट्यूबवेल एवं हैडपंपों के जलस्तर में वृद्धि होगी। इससे लालसोट नगर पालिका क्षेत्र में पेयजल की आपूर्ति में वृद्धि होगी।

चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री श्री परसादी लाल मीणा ने बताया कि यह क्षेत्र चारों ओर से पहाड़ो से घिरा हुआ है पूर्व में बारिश में पहाड़ों से तेज पानी आने से निचले क्षेत्र के घरों में पानी भर जाता था एवं बाढ की स्थिति बन जाती थी। डिटेंशन टैंक के बनने से इस समस्या का स्थायी समाधान होगा। उन्होंने बताया कि लगभग 0.33 वर्ग किलोमीटर भराव क्षेत्र वाले इस डिटेंशन टैंक की ऊंचाई 8 मीटर रहेगी जिसे आवश्यक होने पर बढवा दिया जायेगा। उन्होंने कहा कि जलस्तर बढाव के लिए एनीकट जरूरी है और इसी को ध्यान में रखकर इस एनीकट का निर्माण करवाया जा रहा है।

चिकित्सा मंत्री ने बताया कि ईस्टर्न कैनाल प्रोजेक्ट (ईआरसीपी) से केवल पीने का पानी ही नहीं मिलेगा बल्कि ये क्षेत्र के लिए जीवनदायिनी साबित होगी। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत के नेतृत्व में राजस्थान सरकार तो ईआरसीपी का काम शुरू कर चुकी है। दौसा जिले के हर बांध को ईआरसीपी से जोडा जाएगा और हर खेत तक इसका पानी पहुंचेगा। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत पूर्वी राजस्थान के लिए भागीरथ साबित होंगे।

जल संसाधन मंत्री श्री महेन्द्रजीत सिंह मालविया ने कहा कि ईआरसीपी 13 जिलों के लिए जीवनदायनी है इसे हर हाल में पूरा करवायेंगे। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने इस बजट में ईआरसीपी के लिए 10 हजार करोड़ रुपये स्वीकृत किए हैं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार तो पहले ही ईआरसीपी का काम शुरू करवा चुकी है, ईसरदा और नवनेरा जो कि ईआरसीपी के भाग हैं वहां 70 प्रतिशत से ज्यादा काम पूरा हो चुका है।

जल संसाधन मंत्री ने कहा कि खोहरा पाड़ा एनीकट के लिए अच्छा स्थान तय किया गया है और यह इस क्षेत्र की जल समस्या के समाधान के लिए मील का पत्थर साबित होगा। उन्होंने विभाग के चीफ इंजीनियर को निर्देश दिए कि समेल और बाडबाड़ा एनीकटों के निर्माण की प्रक्रिया को तत्काल शुरू करवायें।
 
इस दौरान लालसोट पंचायत समिति प्रधान श्री नाथूलाल मीणा, लालसोट नगरपालिका चेयरमैन रक्षा मिश्रा, पूर्व चेयरमैन श्री दिनेश मिश्रा, वार्ड एक की पार्षद अदिति झालानी, समाजसेवी श्री नवल झालानी, मुख्य अभियंता श्री विनोद चौधरी, अधिशाषी अभियंता श्री केदार मीणा सहित स्थानीय जनप्रतिनिधि, अधिकारी एवं बड़ी संख्या में आमजन उपस्थित रहे।

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