<सीएसआईआर के समर रिसर्च ट्रेनिंग प्रोग्राम के लिए 16,000 से अधिक आवेदन प्राप्त हुए>

 



 


                                                सीएसआईआर के समर रिसर्च ट्रेनिंग प्रोग्राम


 


सीएसआईआर के समर रिसर्च ट्रेनिंग प्रोग्राम के लिए 16,000 से अधिक आवेदन प्राप्त हुए


वैज्ञानिक तथा औद्योगिक अनुसंधान परिषद (सीएसआईआर) को समर रिसर्च ट्रेनिंग प्रोग्राम (सीएसआईआर – एसआरटीपी) के


लिए देश भर से 16,000 से अधिक आवेदनों के साथ अच्छी प्रतिक्रिया मिली है। सीएसआईआर- उत्तर-पूर्व विज्ञान तथा


प्रौद्योगिकी संस्थान (एनईआईएसटी), जोरहाट, असम के निदेशक डॉ नरहरि शास्त्री ने यह सूचना दी।


डॉ. शास्त्री सीएसआईआर-एसआरटीपी (2020) के पूर्वावलोकन कार्यक्रम के अवसर पर बोल रहे थे। सीएसआईआर-


एनईआईएसटी इस प्रशिक्षण कार्यक्रम का समन्वय कर रहा है। इस कार्यक्रम का उद्घाटन सीएसआईआर के महानिदेशक


(डीजी) और भारत सरकार के वैज्ञानिक और औद्योगिक अनुसंधान विभाग (डीएसआईआर) के सचिव डॉ शेखर सी मांडे ने


किया।


डॉ. जी. नरहरि शास्त्री ने कहा, “कोविड -19 महामारी के कारण लागू किये गए लॉकडाउन के दौरान इस ऑनलाइन समर


रिसर्च ट्रेनिंग प्रोग्राम की अवधारणा की रूपरेखा बनी। लॉकडाउन के दौरान पूरे देश में शैक्षिक परिदृश्य अस्त-व्यस्त हो गया


था। महामारी के कारण शिक्षा क्षेत्र की शून्यता को समाप्त करने और छात्रों में रचनात्मक भावना को उभारने के लिए डॉ शेखर


सी मांडे ने इस कार्यक्रम की अवधारणा को अंतिम रूप देने के लिए सीएसआईआर-एनईआईएसटी से अनुरोध किया। भारत के


शैक्षणिक इतिहास में पहली बार ऐसा प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है।”   


आवेदन प्राप्त करने की अंतिम तिथि को 5 जून से बढ़ाकर 8 जून, 2020 कर दिया गया था। डॉ. शास्त्री ने दो दिनों में युद्धस्तर


पर आवेदनों को प्रोसेस करने के लिए सीएसआईआर-एनईआईएसटी के समर्पित टीम की सराहना की। 10 जून, 2020 को


चयनित उम्मीदवारों की सूची जारी कर दी गयी।


डॉ. शास्त्री ने निष्कर्ष के तौर पर कहा कि विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में सबसे अच्छा नवाचार युद्ध, महामारी और प्राकृतिक


आपदाओं के दौरान सामने आता है। इस महामारी ने एक चुनौती पेश की है लेकिन विज्ञान और प्रौद्योगिकी को अपना सर्वश्रेष्ठ


देने का अवसर दिया है।



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